Everything about Neeraj Chopra Biography in Hindi

दयानंद एंग्लो-वैदिक कॉलेज से पढ़ाई की और अपनी स्नातक की डिग्री ली। इस समय वह जांलधर पंजाब से लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर रहे हैं।

पर यकीं है मुझे कि ये आसमान कुछ कम है ।।

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भले ही नीरज के हाथ में सस्ता भाला रहा हो, परंतु उनके हौसलों की उड़ान बहुत बुलंद थी।गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाले नीरज के पास जैवलिन खरीदने के साथ-साथ एक पर्सनल कोच रखने की क्षमता भी नहीं थी ।  

दरअसल, नीरज चोपड़ा इस सीज़न में अपनी फिटनेस को लेकर संघर्ष कर रहे हैं और उम्मीद है कि वह अपनी कमर की चोट को ठीक करने के लिए एक डॉक्टर से मिलेंगे.

नोट: इनकी यह नेटवर्थ इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार अंदाजन है। हम इसकी सटीकता की पुष्टि नहीं करते।

खेल में रुचि होने के साथ-साथ नीरज चोपड़ा पढ़ाई में भी काफी अच्छे थे उन्होंने हरियाणा में अपने गांव से ही अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की है। विभिन्न सूत्रों के अनुसार नीरज ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी करने के बाद पानीपत के बीबीए कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की है।

नीरज चोपड़ा का ओलिंपिक का सफ़र – नीरज चोपड़ा ने हर बार देश के लिए मेडल अपनी झोली में डाला है ,फिर चाहे वो एशियाई गेम्स हो , कॉमनवेल्थ गेम्स या फिर पोल्लैंड में हुई चैंपियनशिप। इस बार भी जब वो ओलिंपिक के लिए गए तो देश को उनसे बहुत सारी उम्मीदें थी।

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आखिरी प्रयास में उन्होंने अपनी पूरी ताकत झोंक दी. मगर इसके बावजूद वह पीटर्स से आगे नहीं निकल पाए.

उन्हें जल्द ही अपना पहला पदक मिला जब उन्होंने जिला चैंपियनशिप में एक कांस्य जीता।

नीरज चोपड़ा ने अपनी इस उपलब्धि को फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह को समर्पित करने का विचार बनाया और अपनी उपलब्धि फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह को समर्पित कर दिए।

2012an Indiako gazte mailako txapelduna izan zen eta 2014an eta 2015ean read more gazte mailako Indiako errekorrak hautsi zituen.

जोहान्स वेटर फाइनल में भी नीरज चोपड़ा को चुनौती देने में सफल नहीं हो सके; जर्मन एथलीट को काफी संघर्ष करना पड़ा और वह अंतिम आठ में जगह बनाने में असफल रहे। वहीं, चोपड़ा का प्रदर्शन शुरू से अंत तक शीर्ष स्तर का रहा।

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